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Maa Baglamukhi Dham Jaipur

Do's & Don’ts at Maa Baglamukhi

माँ बगलामुखी के मंदिर में क्या करें-

माँ बगलामुखी धाम की तीर्थयात्रा शुरू करने से पहले अपने इष्ट देव या कुल देव को प्रणाम करें। अपनी यात्रा और हवन के आयोजन की सूचना धाम प्रशासन को पहले ही दे दें। मंदिर के अंदर पूर्ण मौन रखें और “ॐ श्री बगलामुख्यै नमः” मंत्र का जाप करें। सह-तीर्थयात्रियों के साथ धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें और सद्भावना को बढ़ावा दें। माता बगलामुखी के दर्शन के लिए अपनी बारी का धैर्यपूर्वक इंतजार करें और मंदिर के नियमों का पालन करें।

दर्शन और हवन से पहले स्नान करें और स्वच्छ पीले वस्त्र पहनें। मंदिर की पवित्रता और स्वच्छता का ध्यान रखें। हवन के लिए आवश्यक सामग्री, जैसे समिधा, घी और अन्य पूजन सामग्री को पहले से जांच लें कि वे ताजी और शुद्ध हैं। हवन के दौरान मंत्रों का सही और स्पष्ट उच्चारण करें, क्योंकि यह अनुष्ठान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। आहुति देते समय सावधानी बरतें और निर्देशानुसार आहुति को अग्नि में अर्पित करें। मंदिर के पुजारी या अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। हवन पूर्ण होने के बाद मंदिर की स्वच्छता बनाए रखें और उपयोग की गई पूजा सामग्री का सम्मानपूर्वक निपटान करें।

मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्रों को साफ और स्वच्छ रखने का ध्यान रखें ताकि मंदिर की पवित्रता बनी रहे।इन दिशानिर्देशों का पालन करके आप माता बगलामुखी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपनी तीर्थयात्रा को सफल और आध्यात्मिक रूप से सुखद बना सकते हैं।

यात्रा से पहले:-
  • अपने इष्ट देव या कुल देव को प्रणाम करें।
  • अपनी यात्रा और हवन के आयोजन की सूचना धाम प्रशासन को पहले से दें।
मंदिर में प्रवेश करते समय:-
  • “ॐ श्री बगलामुख्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
  • मंदिर के अंदर पूर्ण मौन रखें।
  • सह-तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें।
  • माता बगलामुखी के दर्शन के लिए अपनी बारी का धैर्यपूर्वक इंतजार करें।
दर्शन और हवन से पहले:-
  • स्नान करें और स्वच्छ पीले वस्त्र पहनें।
  • हवन सामग्री (समिधा, घी आदि) की ताजगी और शुद्धता की जांच करें।
हवन के दौरान:-
  • मंत्रों का सही और स्पष्ट उच्चारण करें।
  • आहुति देते समय सावधानी बरतें।
  • मंदिर के पुजारी या अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
हवन के बाद:-
  • मंदिर की स्वच्छता बनाए रखें।
  • पूजा सामग्री का सम्मानपूर्वक निपटान करें।
  • मंदिर और आसपास के क्षेत्रों की पवित्रता और स्वच्छता बनाए रखें।
भक्तों की समस्याओं का निवारण:-
  • माता के आशीर्वाद से जीवन की हर बाधा और संकट का समाधान।
  • भक्तजनों के लिए सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार।

माँ बगलामुखी के मंदिर में क्या न करें-

  • मूल्यवान वस्तुएं न रखें:- यात्रा के दौरान अपने साथ अधिक आभूषण या नकदी न रखें।
  • जूते-चप्पल प्रतिबंधित:- मंदिर परिसर और उसके आसपास जूते-चप्पल पहनकर प्रवेश न करें।
  • चमड़े के सामान न ले जाएं:- चमड़े से बने सामान, जैसे बेल्ट, बैग, पर्स, दस्ताने, या जैकेट, मंदिर परिसर में ले जाना सख्त मना है।
  • फोटो खींचना वर्जित:- मंदिर के अंदर फोटो या वीडियो लेना पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
  • पैसा न दें:- दर्शन के लिए किसी भी व्यक्ति को पैसे न दें।
  • प्रसाद का सम्मान करें:- मंदिर में दिए गए प्रसाद का आदर करें और उसे इधर-उधर न रखें।
  • मांसाहार और नशीले पदार्थ वर्जित:- बगलामुखी धाम में मांसाहारी भोजन, शराब, अन्य नशीले पदार्थों का सेवन और धूम्रपान पूरी तरह से मना है।
  • शांति बनाए रखें:- मंदिर परिसर में हिंसा, कठोरता या आक्रामक व्यवहार न करें।
  • स्वच्छता बनाए रखें:- मंदिर के अंदर न थूकें और न ही कोई गंदगी या उपद्रव करें।
  • हथियार प्रतिबंधित:- बगलामुखी धाम में हथियार, गोला-बारूद या खतरनाक वस्तुएं ले जाना सख्त मना है।
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