माँ बगलामुखी धाम की तीर्थयात्रा शुरू करने से पहले अपने इष्ट देव या कुल देव को प्रणाम करें। अपनी यात्रा और हवन के आयोजन की सूचना धाम प्रशासन को पहले ही दे दें। मंदिर के अंदर पूर्ण मौन रखें और “ॐ श्री बगलामुख्यै नमः” मंत्र का जाप करें। सह-तीर्थयात्रियों के साथ धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें और सद्भावना को बढ़ावा दें। माता बगलामुखी के दर्शन के लिए अपनी बारी का धैर्यपूर्वक इंतजार करें और मंदिर के नियमों का पालन करें।
दर्शन और हवन से पहले स्नान करें और स्वच्छ पीले वस्त्र पहनें। मंदिर की पवित्रता और स्वच्छता का ध्यान रखें। हवन के लिए आवश्यक सामग्री, जैसे समिधा, घी और अन्य पूजन सामग्री को पहले से जांच लें कि वे ताजी और शुद्ध हैं। हवन के दौरान मंत्रों का सही और स्पष्ट उच्चारण करें, क्योंकि यह अनुष्ठान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। आहुति देते समय सावधानी बरतें और निर्देशानुसार आहुति को अग्नि में अर्पित करें। मंदिर के पुजारी या अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। हवन पूर्ण होने के बाद मंदिर की स्वच्छता बनाए रखें और उपयोग की गई पूजा सामग्री का सम्मानपूर्वक निपटान करें।
मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्रों को साफ और स्वच्छ रखने का ध्यान रखें ताकि मंदिर की पवित्रता बनी रहे।इन दिशानिर्देशों का पालन करके आप माता बगलामुखी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपनी तीर्थयात्रा को सफल और आध्यात्मिक रूप से सुखद बना सकते हैं।